सूर्य के गुरुत्व द्वारा एक कक्ष में बंधे तत्वों को सौर मण्डल कहा जाता है। ग्रह, क्षुद्र ग्रह , पुच्छल तारे,उलकाएं एवं अन्य आकाशीय पिंड होते है।
सौर मण्डल में सूर्य के अतिरिक्त 8 ग्रह 205 उप ग्रह एवं असंख्य पुच्छल तारे ,लघु ग्रह ,क्षुद्र ग्रह एवं उल्का पिंड पाए जाते है।
सौर मण्डल में सभी ग्रह सूर्य के चारों तरफ दीर्घ वृत्ताकार में चक्कर लगाते है। सौर मण्डल का व्यास 1179 करोड़ किमी है।
सूर्य हमारी आकाश गंगा के 100 अरब तारों में से एक है । जिसे सौर मण्डल का जनक कहा जाता है। इस प्रकार यह सौर मण्डल का सबसे बड़ा सदस्य है.. और अधिक जानकारी के लिए rojgardarpan. com पर सर्च करें ।
सूर्य अथवा अन्य तारों का चक्कर लगाने वाले खगोलीय पिंड को ग्रह कहा जाता है। ग्रहों की कुल संख्या 8 है। और ये प्रकाश हिन होते है।
सभी ग्रह सूर्य के चारों तरफ घड़ी के विपरीत दिशा में चक्कर लगते है, परंतु शुक्र एवं अरुण घड़ी की दिशा में चक्कर लगते है। अर्थात पूर्व से पश्चिम की तरफ।
बुध ग्रह सौर मण्डल का सबसे छोटा ग्रह कहा जाता है। और इसके पास कोई भी उप ग्रह नहीं है। यह सूर्य का सबसे निकतम ग्रह है।
शुक्र ग्रह पृथ्वी का सबसे नजदीकी ग्रह है,। सूर्य से दूसरा निकटवर्ती ग्रह है। यह बादलों से पूरा घिरा हुआ है। इसके पास भी कोई उप ग्रह नहीं है।
पृथ्वी ग्रह सौर मण्डल का सबसे महत्त्वपूर्ण ग्रह है। यह एक मात्र ऐसा ग्रह है, जिस पर जीवन पाया जाता है। यह ग्रह बुध एवं मंगल के मध्य पाया जाता है।
पृथ्वी ग्रह आकार में 5 वाँ ग्रह है इस ग्रह के पास एक मात्र उप ग्रह चंद्रमा है। इस ग्रह पर जीवन संभव होने के कारण इसे हरित ग्रह भी कहा जाता है।